लेखनी कहानी -01-Nov-2022 शादी मुबारक
हो शादी मुबारक ये दुआ करते हैं
इस लिबास में आप बहुत जंचते हैं
प्यारी सी दुल्हन पाकर इतरा रहे हो
जिंदगी के यूं हसीं ख्वाब सजा रहे हो
इतना याद रखना कि ये साथ नहीं छूटे
नाजुक सा दिल है यारा ये कभी ना टूटे
पैसों के पीछे प्रेम को भुला मत देना
देना तो बस यही प्रेम की दौलत देना
वफा की राह में गुलशन बिछाए रखना
बेवफाई का स्वाद जीवन में नहीं चखना
ऐसा ना हो कहीं "तलाक" की नौबत आये
"शादी मुबारक" कहने का फिर मौका आये
प्यार तो एक बार ही होता है ये याद रखना
"शादी सामंजस्य का नाम है" ये याद रखना
श्री हरि
1.11.22
Khan
01-Nov-2022 05:40 PM
Bahut sundar kavita 👌🌺
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Raziya bano
01-Nov-2022 04:58 PM
Shaandar
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Muskan khan
01-Nov-2022 03:56 PM
Superb
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